नराकास बैठक जून 2010

31 मार्च 2010 को समाप्त छमाही के लिये दिनांक 29/06/10 को आयोजित नराकास, बीकानेर की बैठक का कार्यवृत्त –
दिनांक 29/06/2010 को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बीकानेर की वर्ष 2010 की प्रथम बैठक मंडल रेल प्रबंधक श्री आलोक रंजन की अध्यक्षता में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सदस्य कार्यालयों की सूची अनुलग्नक “क” के रूप में तथा सदस्य कार्यालयों के छमाही आंकड़े अनुलग्नक “ख” के रूप में प्रदर्शित हैं।
सर्वप्रथम समिति के सचिव एवं राजभाषा अधिकारी ने अध्यक्ष सहित सभी उपस्थित सदस्यों एवं भोपाल क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय से आए डॉ. बी. एन. पांडेय का स्वागत किया। तत्पश्चात बैठक की कार्रवाई शुरू करने से पहले अध्यक्ष महोदय से बैठक को संबोधित करने का अनुरोध किया गया। अध्यक्ष महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि इस बैठक में अक्‍टूबर 2009 से मार्च 2010 तक की अवधि की राजभाषा प्रगति की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने इस बात की प्रसन्‍नता व्यक्त की कि नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति के सभी सदस्‍य कार्यालयों द्वारा अधिकांश मदों में हिंदी का समुचित प्रयोग किया जा रहा है। बीकानेर नगर ‘क’ क्षेत्र में स्थित है और सभी सदस्‍य कार्यालयों के अधिकांश अधिकारी/कर्मचारी हिंदी में काम करने में समर्थ हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यहां के सभी अधिकारी/ कर्मचारी अपने काम में अधिकाधिक राजभाषा का प्रयोग सुनिश्चित करेंगे। नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति, बीकानेर इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का जायजा लेती है और इसमें आने वाली समस्‍याओं के समाधान का प्रयास करती है। समिति द्वारा चलाई जा रही अन्‍य गतिविधियां यथा- हिंदी प्रतियोगिता का आयोजन, पत्रिका का प्रकाशन आदि भी राजभाषा के प्रचार-प्रसार में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम के अनुसार ‘क’ क्षेत्र के लिए मूल पत्राचार व जनसंपर्क के सभी मदों में शत-प्रतिशत हिंदी, हिंदी में प्राप्‍त पत्रों के जवाब हिंदी में, सभी इलेक्‍ट्रॉनिक उपकरणों में हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप में काम करने की सुविधा होना अपेक्षित है। इसी प्रकार धारा 3(3) के अंतर्गत आने वाले कागजातों को हिंदी व अंग्रेजी द्विभाषी रूप में जारी किया जाना आवश्‍यक है। इन सभी मदों में लगभग सभी कार्यालयों द्वारा राजभाषा का प्रयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। फिर भी, यदि कहीं कोई कमी है तो उसमें सुधार किया जाना चाहिए।
इस बैठक में वर्ष 2009-10 के दौरान राजभाषा का उत्‍कृष्‍ट प्रयोग करने के लिए आकाशवाणी को नगर राजभाषा शील्‍ड दी जा रही है। साथ ही राजभाषा का प्रशंसनीय प्रयोग करने वाले पाँच अन्‍य कार्यालयों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। उन्‍होंने उक्त कार्यालयों को शुभकामनाएँ एवं बधाईयां दी।
पिछली बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि- सचिव एवं राजभाषा अधिकारी ने बताया कि पिछली बैठक 22/12/2009 को आयोजित हुई थी और इसके कार्यवृत्त दिनांक 04/01/2010 को जारी कर दिये गए थे। इस संबंध में किसी भी सदस्य कार्यालय से कोई आपत्ति एवं सुझाव प्राप्त नहीं हुए तथा सभी सदस्य कार्यालयों ने इसकी सर्व सम्मति से पुष्टि की।
पिछली बैठकों में लिये गए निर्णयों की कार्रवाई का विवरण- गत बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य कार्यालयों के लिए कंप्यूटर पर हिंदी में काम करने के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाए। इसके अनुपालन में दिनांक 4.3.10 को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में "कंप्यूटर पर यूनीकोड में हिंदी का प्रयोग" विषय पर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में नराकास बीकानेर के विभिन्न सदस्य कार्यालयों के कुल 21 अधिकारियों/ कर्मचारियों ने भाग लिया और वे लाभान्वित हुए। इस कार्यशाला के आयोजन से यूनीकोड में हिंदी में काम करना आसान हुआ है, साथ ही किसी भी दस्तावेज को एक जगह से दूसरी जगह भेजने में फोंट्स की समस्या से मुक्ति मिलती है।
वार्षिक कार्यक्रम संबंधी मदों की समीक्षा-
गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम इस कार्यालय को प्राप्त हुआ जिसे बैठक में सभी सदस्यों को परिपत्रित किया गया। अनुपस्थित सदस्यों को डाक द्वारा इसकी प्रति भेज दी जाएगी। उक्‍त मदों पर निम्‍नानुसार चर्चा की गई। कुल 30 सदस्‍य कार्यालयों से छमाही आंकड़े प्राप्‍त हुए थे जिनकी बैठक में समीक्षा की गई।
(क) मूल पत्राचार में हिंदी का प्रयोग – इस मद में भारत दूर संचार निगम, इंडियन ऑयल कारपोरेशन, टिड्डी अन्वेषण केंद्र, केनरा बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, विजया बैंक, केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्‍थान, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र, खादी ग्रामोद्योग, जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय सं 1, यू टी आई एवं काजरी को छोड़कर सभी सदस्य कार्यालय निर्धारित लक्ष्य के करीब हैं। उक्त कार्यालयों को इस मद में हिंदी का प्रयोग बढ़ाने के निर्देश दिये गए।
(ख) राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) की स्थिति – इस मद में नेशनल इंश्योरेंस, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, विजया बैंक, जवाहर नवोदय विद्यालय तथा इंडियन ऑयल कारपोरेशन को छोड़कर सभी शत-प्रतिशत अनुपालन कर रहे हैं। इस संबंध में उल्‍लेखनीय है कि धारा 3(3) के अंतर्गत निम्‍न कागजात यथा- सामान्‍य आदेश, निविदा सूचना, निविदा प्रपत्र, अधिसूचनाएं, करार, संविदा, लाइसेंस, अनुज्ञप्तियां, प्रेस विज्ञप्ति, प्रशासनिक व अन्‍य रिपोर्ट आदि आते हैं। इन्‍हें हिंदी या हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप में जारी करना अनिवार्य होता है। अत: उक्‍त कागजात पर हस्‍ताक्षर करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि ये केवल अंग्रेजी में तो नहीं हैं। कृपया इसकी अनुपालना सभी सदस्‍य कार्यालय सुनिश्चित करवाएं और इनके अंतर्गत आनेवाले कागजात को ही धारा 3(3) से संबंधित कागजात में शामिल करें।
(ग) हिंदी में प्रवीणता/कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा हिंदी में कार्य – सभी कार्यालयों के हिंदी में प्रवीणता/कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा हिंदी में कार्य किया जा रहा है।
(घ) संहिता/नियमावली हिंदी अंग्रेजी में जारी करना- इस मद का सभी कार्यालयों द्वारा पालन किया जा रहा है।
रबड़ की मोहरों का द्विभाषी होना – सभी कार्यालयों की इस मद की स्थिति अनुलग्नक “ख” में प्रदर्शित है। केवल केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, इंडियन ऑयल, केनरा बैंक तथा जवाहर नवोदय विद्यालय की सभी मोहरें द्विभाषी नहीं हैं। इन्हें अगली बैठक से पूर्व द्विभाषी करने के निर्देश दिये गए।
नराकास स्तर पर हिंदी कार्यशाला का आयोजन - नराकास स्तर पर एक हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा जिसमें राजभाषा संबंधी तिमाही प्रगति रिपोर्ट के विभिन्न मदों पर चर्चा की जाएगी ताकि राजभाषा से संबंधित कार्यालय की प्रगति का प्रस्तुतिकरण सही ढंग से किया जा सके। यह कार्यशाला कार्यालय के विशेषकर उन कर्मचारियों/ अधिकारियों के लिए होगी जो इससे संबंधित रिपोर्ट तैयार करते हैं।
कंप्यूटरों का द्विभाषीकरण और द्विभाषी कंप्यूटरों पर हिंदी कार्य- सभी कार्यालयों के कंप्यूटर द्विभाषी रूप में कार्य करने में सक्षम हैं तथा उनके द्वारा इन पर द्विभाषी रूप में कार्य किया जा रहा है। नराकास स्‍तर पर कम्‍प्‍यूटर पर हिंदी में यूनीकोड में काम करने के‍ लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
अध्यक्ष महोदय की अनुमति से अन्य विषय-
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वावधान में वार्षिक पत्रिका 'संवाद' के तीसरे अंक का प्रकाशन किया जाना है। पत्रिका के प्रकाशनार्थ, हिंदी प्रतियोगिताओं के आयोजन एवं नगर राजभाषा शील्ड के मूल्यांकन के लिए गठित उप समिति के निम्नलिखित सदस्य हैं - 1 आयकर कार्यालय, 2 आकाशवाणी 3 राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र 4 भारतीय जीवन बीमा निगम 5 केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान। सर्व सम्मति से इन्हीं सदस्यों को अगले एक वर्ष के लिए उप समिति का सदस्य मान लिया गया है।
पत्रिका प्रकाशन के लिए सभी सदस्य कार्यालयों से सहयोग राशि 1000/- (एक हजार मात्र) रुपए प्रति सदस्य कार्यालय लेने का निर्णय लिया गया। पत्रिका के लिए रचनाएं भी सदस्य कार्यालयों से आमंत्रित की जाएं। दो प्रतियोगिताएं - हिंदी टिप्पण व आलेखन तथा शब्द ज्ञान प्रश्नोत्तरी सदस्य कार्यालयों से निधि उपलब्ध होने पर आयोजित की जाएंगी।
समिति को संबोधित करते हुए भोपाल क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय के डॉ. बी. एन. पांडेय ने जो कार्यालय लक्ष्य से बहुत पीछे थे उन्हें हिंदी का प्रयोग बढ़ाने के लिए विशेष बल दिया साथ ही राजभाषा अधिनियम व नियमों के बारे में भी विस्तृत रूप से चर्चा की और अनेक कार्यालयों के प्रतिनिधियों की राजभाषा संबंधी शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कंप्यूटर पर यूनीकोड में कार्य सुविधा तैयार करने पर जोर दिया।
बैठक के पश्चात अध्यक्ष महोदय द्वारा आकाशवाणी को नगर राजभाषा शील्ड तथा पाँच अन्य कार्यालयों - आयकर कार्यालय, भारतीय जीवन बीमा निगम, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र, केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान एवं मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय को भी सराहनीय कार्य के लिये प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गए। अंत में अध्यक्ष महोदय की अनुमति से सचिव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक का समापन किया गया।

सचिव, नराकास
एवं राजभाषा अधिकारी
उ.प.रेलवे, बीकानेर

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