दिसंबर 2011 बैठक कार्यवृत्त

सितंबर 2011 को समाप्त छमाही के लिये दिनांक 22/12/11 को आयोजित नराकास, बीकानेर की बैठक का कार्यवृत्त –

          दिनांक 30/09/2011 को समाप्‍त छमाही के लिए दिनांक 22.12.11 को आयोजित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बीकानेर की वर्ष 2011 की दूसरी बैठक मंडल
रेल प्रबंधक श्री श्‍याम सुन्‍दर गुप्‍ता की अध्यक्षता में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सदस्य कार्यालयों की सूची अनुलग्नक
“क” के रूप में तथा सदस्य कार्यालयों के छमाही आंकड़े अनुलग्नक “ख” के रूप में प्रदर्शित हैं।

सर्वप्रथम समिति के सचिव एवं राजभाषा अधिकारी ने अध्यक्ष सहित सभी उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया। सभी सदस्यों से परिचय प्राप्त किया गया। परिचय के उपरांत
बैठक की कार्रवाई शुरू की गई। सर्वप्रथम नराकास के तत्‍वावधान में प्रकाशित हिंदी वार्षिक पत्रिका संवाद के चतुर्थ अंक वर्ष, 2012 का विमोचन मंडल रेल
प्रबंधक एवं अध्‍यक्ष नराकास द्वारा किया गया। तत्‍पश्‍चात् अध्यक्ष महोदय से बैठक को संबोधित करने का अनुरोध किया गया। अध्यक्ष महोदय ने अपने संबोधन में
कहा कि इस बैठक में नगर में स्थित केंद्र सरकार के विभिन्‍न कार्यालयों, बीमा कंपनियों, बैंक, अनुसंधान केंद्रों के सरकारी काम-काज में राजभाषा के प्रयोग
एवं प्रगति की समीक्षा की जाती है। उन्‍होंने कहा कि नगर के सभी सदस्‍य कार्यालयों में राजभाषा का सराहनीय प्रयोग किया जा रहा है‍ फिर भी कार्यालय के काम -
काज में राजभाषा के प्रयोग की स्थिति की निरंतर समीक्षा की जानी चाहिए और जहां कमी नजर आए उसमें सुधार करवाए जाएं। उन्‍होंने बताया कि गृह मंत्रालय राजभाषा
विभाग द्वारा विभिन्‍न मदों के जो निर्धारित लक्ष्‍य दिए जाते हैं उसे भी प्राप्‍त करना आवश्‍यक होता है। धारा 3 (3) के कागजातों में हिंदी-अंग्रेजी का
प्रयोग, मूल पत्राचार में शत-प्रतिशत हिंदी का प्रयोग, हिंदी में प्राप्‍त पत्रों का जवाब हिंदी में दिया जाना, कम्‍प्‍यूटर पर हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी काम
करने की सुविधा उपलब्‍ध करवाना तथा कम्‍प्‍यूटर पर यूनिकोड में हिंदी का प्रयोग ऐसे ही कुछ मद हैं।

उन्‍होंने नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति के तत्‍वावधान में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं एवं कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये गतिविधियां
राजभाषा के प्रचार-प्रसार में सहायक हैं। ऐसी गतिविधियों का आयोजन एवं वार्षिक पत्रिका 'संवाद' का प्रकाशन नराकास के लिए एक उपलब्धि है।

          नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति स्‍तर पर आयोजित की गई राजभाषा प्रतियोगिता के विजेता अधिकारियों / कर्मचारियों को उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि
आगे भी नराकास के सभी सदस्‍य कार्यालय ऐसे आयोजनों में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहेंगे।

पिछली बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि-
सचिव एवं राजभाषा अधिकारी ने बताया कि पिछली बैठक 30/06/2011 को आयोजित हुई थी और इसके कार्यवृत्त दिनांक 05/07/2011 को जारी कर दिये गए थे। इस संबंध में
किसी भी सदस्य कार्यालय से कोई आपत्ति एवं सुझाव प्राप्त नहीं हुए तथा सभी सदस्य कार्यालयों ने इसकी सर्व सम्मति से पुष्टि की।

 पिछली बैठकों में लिये गए निर्णयों की कार्रवाई का विवरण-

          बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति, बीकानेर के सदस्‍य कार्यालयों के लिए कम्‍प्‍यूटर पर हिंदी में काम करने के
लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाए। इसकी अनुपालना में ­­­­­­­­­­­­­21.09.11 को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में 'हिंदी में यूनिकोड का प्रयोग' विषय
पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में नराकास के विभिन्‍न सदस्‍य कार्यालयों के कुल 22 अधिकारियों / कर्मचारियों ने भाग लिया और वे लाभान्वित
हुए। उक्‍त कार्यशाला के आयोजन से राजभाषा का प्रचार प्रसार होने के सा‍थ-साथ विभिन्‍न कार्यालयों में कम्‍प्‍यूटर पर हिंदी का प्रयोग बढ़ा  है।

गत बैठक में यह भी निर्णय लिया गया था कि राजभाषा पखवाड़े के दौरान 02 हिंदी प्रतियोगिताएं राजभाषा एवं सामान्‍य ज्ञान प्रश्‍नोत्‍तरी तथा काव्‍य-पाठ आयोजित की जाएं। इसके अनुपालन में दिनांक 16.09.11 को 'राजभाषा एवं सामान्‍य ज्ञान प्रश्‍नोत्‍तरी' तथा  दिनांक 27.09.11 को
'काव्‍य-पाठ' प्रतियोगिता  का आयोजन किया गया। दोनों प्रतियोगिताओं में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़ -चढ़ कर भाग लिया। इस बैठक में दोनों
प्रतियोगिताओं के विजेता 16 प्रतिभागियों को पुरस्‍कृत ‍किया गया। यह भी उल्‍लेखनीय है कि उपरोक्‍त प्रतियोगिताओं का आयोजन सदस्‍य कार्यालयों के वित्‍तीय
सहयोग से संभव हुआ।

वार्षिक हिंदी पत्रिका संवाद चतुर्थ अंक के प्रकाशन का भी निर्णय लिया गया था जिसके लिए सभी सदस्‍य कार्यालयों से सहयोग राशि एवं विज्ञापन
आमंत्रित किए गए थे। सभी सदस्‍य कार्यालयों के सहयोग से संवाद के चतुर्थ अंक का प्रकाशन करवाया गया जिसका विमोचन अध्‍यक्ष नराकास एवं मंडल रेल
प्रबंधक महोदय द्वारा किया गया ।

वार्षिक कार्यक्रम संबंधी मदों की समीक्षा-
 

गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम पहले ही सभी सदस्‍य कार्यालयों को परिपत्रित किया जा चुका है। उक्‍त मदों पर निम्‍नानुसार चर्चा
की गई। कुल 35 सदस्‍य कार्यालयों से छमाही आंकड़े प्राप्‍त हुए थे जिनकी बैठक में समीक्षा की गई।

(क)            मूल पत्राचार में हिंदी का प्रयोग – इस मद में बी एस एन एल, केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्‍थान, टिड्डी अन्वेषण केंद्र, विजया
बैंक, जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय नं 1, केंद्रीय विद्यालय नं 2, यू.टी.आई. म्‍यूच्‍यूअल फंड, राष्‍ट्रीय अश्‍व अनुसंधान केंद्र को छोड़कर सभी
सदस्य कार्यालय निर्धारित लक्ष्य के करीब हैं। उक्त कार्यालयों को इस मद में हिंदी का प्रयोग बढ़ाने के निर्देश दिये गए।

(ख)           राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) की स्थिति  – इस मद में अधीक्षक डाकघर, राष्‍ट्रीय अश्‍व अनुसंधान केंद्र तथा केंद्रीय विद्यालय नं 2 को
छोड़कर सभी शत-प्रतिशत अनुपालन कर रहे हैं। इस संबंध में उल्‍लेखनीय है कि धारा 3 (3) के अंतर्गत निम्‍न कागजात यथा- सामान्‍य आदेश, निविदा सूचना, निविदा
प्रपत्र, अधिसूचनाएं, करार, संविदा, लाइसेंस, अनुज्ञप्तियां, प्रेस विज्ञप्ति, प्रशासनिक व अन्‍य रिपोर्ट  आदि आते हैं। इन्‍हें हिंदी अंग्रेजी द्विभाषी रूप
में जारी करना अनिवार्य होता है। अत: उक्‍त कागजातों को हस्‍ताक्षर करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि ये केवल अंग्रेजी में तो नहीं हैं। कृपया इसकी अनुपालना
सभी सदस्‍य कार्यालय सुनिश्चित करवाएं और इनके अंतर्गत आनेवाले कागजातों को ही धारा 3(3) से संबंधित कागजातों में शामिल करें।

(ग)             हिंदी में प्रवीणता/कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा हिंदी में कार्य – सभी कार्यालयों के हिंदी में
प्रवीणता/कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा हिंदी में कार्य किया जा रहा है।

(घ)   संहिता/नियमावली हिंदी अंग्रेजी में जारी करना-
इस मद का सभी कार्यालयों द्वारा पालन किया जा रहा है।

रबड़ की मोहरों का द्विभाषी होना

सभी कार्यालयों की इस मद की स्थिति अनुलग्नक “ख” में प्रदर्शित है। केवल केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, विजया बैंक, जवाहर नवोदय विद्यालय, राष्‍ट्रीय अश्‍व
अनुसंधान केंद्र तथा केंद्रीय विद्यालय नं 2 की सभी मोहरें द्विभाषी नहीं हैं। इन्हें अगली बैठक से पूर्व द्विभाषी करने के निर्देश दिये गए।

कंप्यूटरों का द्विभाषीकरण और द्विभाषी कंप्यूटरों पर हिंदी कार्य-
टिड्डी अन्‍वेषण केंद्र, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र, राष्‍ट्रीय अश्‍व अनुसंधान केंद्र व केंद्रीय विद्यालय नं 2 को छोड़कर सभी कार्यालयों के कंप्यूटर
द्विभाषी रूप में कार्य करने में सक्षम हैं तथा उनके द्वारा इन पर द्विभाषी रूप में कार्य किया जा रहा है। जिन सदस्‍य कार्यालयों के सभी कम्‍प्‍यूटर
द्विभाषी नहीं हैं उन्‍हें द्विभाषी करने के लिए कहा गया।

अध्यक्ष महोदय की अनुमति से अन्य विषय-
बैठक में उपस्थित सदस्‍यों ने भी अपने विचार रखे। दूरदर्शन अनुरक्षण केंद्र के निदेशक श्री राजेश नाहटा ने बैंकों, आयकर कार्यालय एवं बीमा कम्‍पनियों के
कार्यों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इनका काम जन सामान्‍य से संबंधित होता है अत: आवश्‍यक है कि भारतीय जीवन बीमा निगम से जारी किए जाने वाले
प्रीमियम नवीनीकरण पर्ची तथा आयकर कार्यालय से आयकर विवरणी से संबंधित पत्राचार एवं बैंकों से बैंक खातों का विवरण यथा नाम, पता एवं ड्राफ़्ट में हिंदी का
प्रयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए। संबंधित कार्यालयों के सदस्‍यों/ प्रतिनिधियों ने इस पर ध्‍यान देने और जहां कहीं कमी है उसे दूर करने का आश्‍वासन दिया।

          सदस्‍यों ने नराकास, बीकानेर के तत्‍वावधान में समय – समय पर राजभाषा प्रतियोगिताएं आयोजित कराने का सुझाव दिया। यह निर्णय लिया गया कि यदि सदस्‍य
कार्यालय इसके लिए आवश्‍यक निधि की व्‍यवस्‍था करते हैं तो ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाएगा।

बैठक के पश्चात अध्यक्ष महोदय द्वारा नराकास स्‍तर पर आयोजित ‘राजभाषा प्रश्‍नोत्‍तरी  प्रतियोगिता' एवं 'हिंदी काव्‍य-पाठ प्रतियोगिता' के विजेता 16
प्रतिभागियों को पुरस्‍कृत किया गया। अंत में अध्यक्ष महोदय की अनुमति से सचिव द्वारा नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक का समापन किया
गया।  

 

 

सचिव, नराकास                                                                   अध्यक्ष, नराकास

एवं राजभाषा अधिकारी                                                          एवं मंडल रेल प्रबंधक

उ.प.रेलवे, बीकानेर                                                               उ.प.रेलवे, बीकानेर 

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